गुरुवार, नवंबर 27

प्र. सर मैं अपनी लाईफ़ में बहुत कुछ करना चाहती हूं मगर कोई भी काम करो सफ़लता नहीं मिलती मै बहुत कोशिश करती हूं मैं भी बहुत
सारे पैसे कमाना चाहती हूं मगर कुछ न कुछ प्राब्लम आ ही जाती हैं मैं क्या करूं प्लीज मेरी हेल्प कीजिये सर ।
आशा शर्मा २९ साल हबीबगंज मध्य प्रदेश से......
ANSWER:--उ. आशा जी इसमें कोई शक नहीं आप बहुत मेहनत करती हैं मगर मन का क्या मन तो यही जानता है कि मैं कितनी भी मेहनत करती हूं हमेशा नाकामयाब ही रहती हूं जैसा मन प्रोग्राम हो चुका है वैसे ही परिणाम मिलते रहेंगे जीवन भर आप कितनी भी मेहनत कर लीजिये गाडी जहां की तहां सारी की सारी मेहनत खड्डे में और बडा अफ़सोस होता है मगर हम कर भी क्या सकते हैं हमें और कुछ पता भी नहीं बस यही सुना है इक अमीर बनना है तो मेहनत करना होगा बेहिसाब और कोई रस्ता नहीं आशा जी मेहनत करके अमीर बना जा सकता तो सब मजदूर अमीर बन चुके होते और सारे अमीर जो कम मेहनत करते हैं मजदूर बन कर बोझ उठाते हुये मिलते। कामयाबी मेहनत से मिलती है कोई संदेह नही मगर आपका मन भी आत्मविशवास से भरा हुआ होना चाहिये मन की सही सही प्रोग्रामिंग होनी चाहिये मन की प्रोग्रामिंग अगर सही है तो आपको कामयाब होने से भगवान भी नही रोक सकता नया सोफ़्टवेयर डालना होगा मांईड में नयी प्रोग्रामिंग करनी होगी फ़िर से और एक बार सही तरीका आ जाये फ़िर देखिये कमाल आप खुद हैरान हो जायेंगी कि अब ये सब कैसे हो रहा है आपका मन ही आपकी हर कामयाबी और नाकामयाबी के लिये जिम्मेदार है इसे बदलना होगा अब आज से ही मैं आपको तरीका बताता हूं आप विशवास के साथ करके देखिये ।
 किसी भी वक्त जब भी आप खाली हो सीधे खडे हो जाईये गहरी सांस लीजिये छोडिये कम से कम दस बार आंखे बन्द रखिये बांया हाथ माथे पर रखिये दांया हाथ छाती पर रखिये मन ही मन अपने आप से कहिये मै हमेशा कामयाब होती हूं आज से हर दिन हर सुबह मैं नई उर्जा नयी चेतना के साथ जागूंगी मै हमेशा कामयाब रहूंगी सफ़ल रहूंगी कम से कम २५ बार कहिये कुल १० मिनट लगेंगे आपको ये सब करने में फ़िर दिन में जब भी आपको याद आये आंख बन्द कीजिये बस मन ही मन जितनी बार हो सके दोहरा लीजिये उपर लिखी लाईने जितनी बार दोहरांयेंगी उतना अच्छा है जल्द ही आपका अवचेतन मन इसे पकड लेगा और सार जीवन आमूलचूल बदल जायेगा तमाम लोगों ने ये करके देखा जो नतीजे आते हैं वो कमाल के हैं जरूर कीजियेगा खाली पढ कर छोड मत दीजियेगा अवसर मिलें तो गंवाना महा मूर्खता है उन्हें दौड कर पकड लेना चाहिये ।
कोई समस्या हो तो मुझसे पूछ सकती हैं ०९२२४३५९१५९ पर मुझसे फ़ेसबुक पर जुड सकतीं है हमेशा नयी नयी जानकारी मिलती रहेंगी आपकी बहुत बहुत धन्यवाद

शनिवार, नवंबर 15

                                                                  13 days@                                                                                 
‘प’ शब्द हम सबको बहुत प्रिय है। 
हम जिंदगी भर ‘प’ के पीछे भागते
रहते है।
पिता
पति-
पत्नी
पुत्र
पुत्री
परिवार
प्रेम
पुष्प
पुष्पांजलि
पैसा
पद
प्रतिष्ठा प्रतिभा
प्रतिमा
प्रतिष्ठान
प्रशंषा
प्रतिज्ञा
प्रतिबंध
परोपकार
परिचर्चा
प्रतियोगिता
पदोन्नति
पनोती
परेशानी
Problem……
Perfection
Pain..
Protection
और …प्रतीक्षा
ये सब ‘प’ के पीछे पड़ते-पड़ते हम जाने अनजाने ‘’पाप’’ कर जाते है
यह भी ‘प’ है। फिर हमारा ‘प’ से ..पतन प्राम्भ होता है और अंत मे बचता है
सिर्फ ‘प’ से पछतावा ।
पाप के ‘प’ के पीछे पड़ने से अच्छा है
परमात्माके ‘प’ 
के पीछे पड़े.।'' 
            

शनिवार, नवंबर 1

छोटी सी बात

छोटी सी बात थी उसे तकरार कर दिया
किस्सा ये घर का था बंद कमरे का था .. पर उसे  भी ..सर ए बाज़ार कर दिया कितना किया था मैंने विश्वास  उन पर…..ठोकर से अपनी वक़्त ने बेदार कर दिया….

कुछ ख़ास  लोगों के हुए इस तरह करम 
मुझ पर और उन पर कि हमारे क़बीले को बेज़ार कर दिया I

शुक्रवार, अक्तूबर 31

टेक्नारलॉजी ने बड़े-बड़े एहसान किये हैं। FB..Orkut.वेसे अभी whats app.. जोरों से चल रहा है ठीक वैसे ही  जेसे पहले बिपाशा,फिर मल्लिका... सन्नी लियोन...और अब  पूनम पांडे आगे पता नही और क्या -क्या..... इन्होंने हमारे  समाज को ,हमें भांति-भांति के रोग उपहार में दिये हैं। 

‘फेस बुक’ इसका लेटेस्टे प्रोडक्श़न है। इसकी बढ़त देखकर सारी वेबसाइटें सन्न हैं। पहले पहल यह रोग युवाओं में आया और लोगों को ओल्डन मॉडल ‘याहू मैसेंजर’ से मुक्ति दिलाया। ‘आर्कुट’ की यह हाइब्रिड प्रजाति स्मार्ट बन कर आई है और अपने साथ फोटो-शोटो और शायरी-वायरी भी साथ लाई है। एंड्रायड फ़ोन में आप वह सबकुछ कर सकते हैं जिसकी कल्पना आप नही कर सकतें.

फेसबुक और के कारण लड़के-लड़कियां भरपूर नींद भी नहीं ले पाते और चैटिंग करते समय फास्ट फूड का सेवन करते हैं जिसके कारण भी उनमें मोटापे की प्रवृत्ति बढ़ रही है। हमें बहुत बातों से दिक़्क़त है। तुम्हारे फोटो से लेकर, तुम्हारी सड़ी हुई कमेंटबाजी से दिक़्क़त है। तुम्हारे क्यूट-क्यूट ‘बेबी-बाबा’ से दिक़्क़त है। इससे दिक़्क़त है,कि बिना पढ़े हमारा स्टेटस लाईक कर देते हो। दिक़्क़त है तुम्हारे ‘वाह-वाह’ और ‘सर, बहुत अच्छा लिखा है’ से। दिक़्क़त है कि तुम हमारे दोस्त हो। दिक़्क़त हैi.....

समझे बीना.......सच जाने बीना block  कर दिया..... इतना बड़ा रिश्ता तोड़ दिया..... लड़की के ससुरालवालों को फोन करके उनको लड़की के चरित्र के बारे में गलत जानकारी देने से ...लड़की के ससुराल वालों को फोन करके यह बात कहता है कि लड़की का चरित्र ठीक नहीं था और इसलिए वह उसके साथ रिश्ता तोड़ दें।।...

यह रोग तेजी से सरकारी कार्यालयों में छा रहा है। खाद्य, पुलिस, रेलवे सहित तमाम विभागों को अपना निशाना बना रहा है। अब खाद्यान्नक विभागों के घोटाले सीधे नेट पर आएंगे। आप खुले में रखे लाखो टन गेहूँ को सड़ते हुए देखने का आनन्द उठा पाएँगे। लेकिन, वहाँ पर भूख से त्रस्त जनता की फोटो लगाना मनाही होगी। हाँ ये अलग बात है कि इससे बिचौलियों को माल दिखाने में सुविधा होगी और घूस की शानदार उगाही होगी। अब ‘आई टॉनिक’ के लिए लड़के सड़क पर कम जाते हैं। वे दूसरों की ‘वॉल’ देखकर अपनी लार टपकाते हैं। ‘लाइक’ और ‘कमेंट’ उनके लेटेस्ट हथियार है। शोधकर्ता बताते हैं अचूक इनकी मार है। पुलिस वाले अब हत्यारों/ बलात्काररियों की फोटो अपनी वॉल पर लगाएँगे और जनता से कमेंट मांगकर तफ्तीश आगे बढ़ाएँगे।

 

रेलवे के स्टेशन मास्टर ही नहीं ड्राइवर भी अब फेसबुकियाएँगे। वे गाड़ी बाद में चलाएँगे, पहले अपने स्टेटस को अपडेट बनाएँगे। अफवाहों से भी तेज गति से यह बीमारी पाँव पसार रही है। महिलाओं और बुजुर्गों को तो यह मंहगाई से ज्यादा मार रही है। अब सीरियलों की कहानी, शीला की जवानी के किस्से ऑनलाइन शेयर होते हैं। 

और तो और अब मैडम जी आप सुबह उठकर अपना एकाउंट पहले चेक करते हैं और मुँह बाद में धोते हैं। 

काम वाली बाई अब बिना बताए गोल हो जाती है। फोन करो तो वह बताती है- अपुन ने रात में ही फिल्मं देखने का मन बना लिया था। और हाँ, मैंने इसकी सूचना अपनी वॉल पर लगा दिया था। सुनते हैं कि अब भिखारी भी इसके संक्रमण से बच नहीं पाएँगे, जल्दी ही वे अपकी वॉल पर पधार कर ‘भगवान के नाम पर कुछ दे दो’ की सदा लगाएँगे। .........